शुक्रवार, 9 अक्तूबर 2009

शिवानन्द वाणी:

शिवानन्द वाणी:


छल कपट की भावना प्रबल होने पर
निष्कपटता और उसके मूल्यवान लाभों की सोचो।

अंतर्मन में जब उठें, कपट याकि छल भाव.
'सलिल' सोच निष्कपटता, के गुण और प्रभाव..

IF THERE IS HYPOCRISY, THINK OF
FRANKNESS AND ITS INVALUABLE ADVANTAGES.

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सेवा कर हर जीव की, सभी उसी की सृष्टि.
सच्ची प्रभु पूजा 'सलिल', सब में सम अनुरक्ति..

SERVE ALL CREATURES OF GOD. THE SERVICE OF SERVANTS OF GOD IS HIS REAL WORSHIP.

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